tag:blogger.com,1999:blog-5423942621764459145.post5923910446155769036..comments2023-02-28T01:58:34.477-08:00Comments on मंथन: तुम कब आओगे?Radhika Budhkarhttp://www.blogger.com/profile/11776018648214285308noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5423942621764459145.post-30435391434200762852008-08-23T05:47:00.000-07:002008-08-23T05:47:00.000-07:00"राधिका" नाम रुप = कृष्ण की चिर प्रिया हैँ - मेरे ..."राधिका"<BR/> नाम रुप = कृष्ण की चिर प्रिया हैँ - मेरे श्री कृष्ण आराध्य हैँ !<BR/> - मैँ , राधावत्` प्रेम करती हूँ कान्हासे - <BR/>इस्लिये ये आतुर पुकार मनका प्रतिसाद स्वरुप ही लगा -<BR/>बहुत सुँदर !<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5423942621764459145.post-77804869346063242592008-08-22T21:45:00.000-07:002008-08-22T21:45:00.000-07:00इतने मन से बुलाएंगी ,तो जरूर आएंगे। हो सकता है , आ...इतने मन से बुलाएंगी ,तो जरूर आएंगे। हो सकता है , आ भी गए हों धयान से देखिए आसपास। जन्माष्टमी की बहुत बहुत बधाई।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5423942621764459145.post-35522112742473374952008-08-22T21:06:00.000-07:002008-08-22T21:06:00.000-07:00अहा आनंदम! सुंदर प्रस्तुति.. यदि आप इस प्रकार बुल...अहा आनंदम! सुंदर प्रस्तुति.. <BR/>यदि आप इस प्रकार बुलाएँगी तो अवश्य आएँगे..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.com